۲ آذر ۱۴۰۳ |۲۰ جمادی‌الاول ۱۴۴۶ | Nov 22, 2024
शरई अहकाम

हौज़ा /  ईरान की इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली ख़ामेनई ने वक़्फ़ की निगरानी स्वीकार करने के पश्चात छोड़ देने से संबंधित प्रशन का उत्तर दिया है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंंसी की रिपोर्ट अनुसार,  ईरान की इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली ख़ामेनई ने वक़्फ़ की निगरानी स्वीकार करने के पश्चात छोड़ देने से संबंधित प्रशन का उत्तर दिया है। जो लोग शरई अहकाम मे दिलचिस्पी रखते है हम उनके लिए पूछे गए प्रश्न और उसके उत्तर के पाठ का उल्लेख कर रहे है। 

💠 प्रश्न: वक़्फ़ करने वाले ने वक़्फ़नामे में ट्रस्टी और निगरानी करने वाले को निर्दिष्ट किया है, क्या निगरानी करने वाला अपनी जिम्मेदारी स्वीकार करके इसे किसी और को सौंप सकता है, या निगरानी के लिए वकील की सेवा प्राप्त कर सकता है?

✅ उत्तर: एहतियात ए वाजिब की बिना पर जायज़ नहीं है कि वह जिम्मेदारी को स्वीकार करने के बाद खुद को निगरानी से हटा दे या किसी और को सौंप दे। अगर निगरानी का दारो मदार निगरानी करने वाली की जाति राय पर न हो तो निगरानी के लिए किसी सक्षम या भरोसेमंद व्यक्ति को वकील बना सकता है।

शरई अहकाम : वक़्फ़ की निगरानी स्वीकार करने के पश्चात छोड़ देना

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